नियत चक्रधारी ने मार हार विजय निर्णायक कर्म धर्म मर्म का मान किया।। नियत चक्रधारी ने मार हार विजय निर्णायक कर्म धर्म मर्म का मान किया।।
मोटी-मोटी बात है इतनी, जो दिखता है बिकता है । मोटी-मोटी बात है इतनी, जो दिखता है बिकता है ।
वो अक्सर कहता था, फ़िक्र मत कर कल की, मैं बस आज हूँ , कल का पता नहीं, फिर क्यों वो आज भी ज़हन में इस क... वो अक्सर कहता था, फ़िक्र मत कर कल की, मैं बस आज हूँ , कल का पता नहीं, फिर क्यों व...
यही नेक नियति हर मानव में आ जाये यही नेक नियति हर मानव में आ जाये
बस आँखों में चंद कतरे लिए अपने गंतव्य को चल दी। बस आँखों में चंद कतरे लिए अपने गंतव्य को चल दी।
रचती न ये महल दुमहले कटती कहाँ तुम्हारी रात। रचती न ये महल दुमहले कटती कहाँ तुम्हारी रात।